कविता-किताब पड़ना जरुरी है
किताब पड़ना जरुरी है
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ज़िन्द्दगी सुखी से जीना है तो
कुछ बड़ा करना जरुरी है
कुछ बड़ा करने के लिए कुछ
ज्ञान की किताब पड़ना जरुरी है
बिना ज्ञान का जीबन सबका अधूरी है
ज़िन्द्दगी सुकून से जीना है तो
ज्ञान बहुत जरुरी है ज्ञान बहुत जरुरी है
जिसके पास ज्ञान नहीं उसको
पूरी दुनिया अँधेरा दीखता है
जिसके पास ज्ञान होगा ओह
अंधोरो में रहके भी इतिहास लिख
जाता है इतिहास लिख जाता है
जैसे एक खिलाड़ी चोट लगने के
बाद भी गेम जितने के लिए लास्ट
तक लड़ते रहता है
ठीक ओइस ही एक सफल इंसान
दुनिया जितने के लिए हमेसा
कुच न कुच पड़ते रहता है
ज़िन्द्दगी सुखी से जीना है तो
कुछ बड़ा करना जरुरी है
कुछ बड़ा करने के लिए कुछ
ज्ञान की किताब पड़ना जरुरी है
लेखक
मंजीत छेत्री
तेज़पुर असम
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ज़िन्द्दगी सुखी से जीना है तो
कुछ बड़ा करना जरुरी है
कुछ बड़ा करने के लिए कुछ
ज्ञान की किताब पड़ना जरुरी है
बिना ज्ञान का जीबन सबका अधूरी है
ज़िन्द्दगी सुकून से जीना है तो
ज्ञान बहुत जरुरी है ज्ञान बहुत जरुरी है
जिसके पास ज्ञान नहीं उसको
पूरी दुनिया अँधेरा दीखता है
जिसके पास ज्ञान होगा ओह
अंधोरो में रहके भी इतिहास लिख
जाता है इतिहास लिख जाता है
जैसे एक खिलाड़ी चोट लगने के
बाद भी गेम जितने के लिए लास्ट
तक लड़ते रहता है
ठीक ओइस ही एक सफल इंसान
दुनिया जितने के लिए हमेसा
कुच न कुच पड़ते रहता है
ज़िन्द्दगी सुखी से जीना है तो
कुछ बड़ा करना जरुरी है
कुछ बड़ा करने के लिए कुछ
ज्ञान की किताब पड़ना जरुरी है
लेखक
मंजीत छेत्री
तेज़पुर असम
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